Friday, May 4, 2012

हिन्दी राइटर्स गिल्ड का आभार दिवस



अप्रैल २२, २०१२- ब्रैम्पटन- कैनेडा की अग्रणी हिन्दी साहित्य की संस्था, हिन्दी राइटर्स गिल्ड ने आज चंग्कूज़ी लाइब्रेरी के सभागार में आभार दिवस का आयोजन किया। किसी भी संस्था के सफल होने के लिए उसे न केवल सदस्यों की सहायता की आवश्यक्ता होती है बल्कि सामाजिक, व्यवसायिक और सरकारी तंत्र की सहायता की आवश्यकता होती है। इसी सहायता को मान्यता देने के लिए और आभार प्रकट करने के लिए इस सभा का आयोजन किया गया था।
       कार्यक्रम का आरम्भ दोपहर के २:३० पर जलपान से आरम्भ हुआ। साठ से अधिक उपस्थित लोगों में भारतीय काउंसलावास से सुश्री चरणदासी (हैड ऑफ़ चांसरी), श्री सतीश ठक्कर (प्रेसिडेंट इंडो कैनेडा चैंबर ऑफ़ कॉमर्स, एक्सैलसियर फ़ायनैंशियल ग्रुप), श्री जितेन्द्र भान (प्रेसिडेंट शारिका फाउंडेशन), श्री राज कुमार शर्मा (अध्यक्ष, हिन्दू लर्निंग इंस्टिच्यूट), ऐंजी मार्केज़ (ओंटेरियो ट्रिलियम फाउंडेशन) और दीपिका दामेर्ला (एमपीपी, मिसिसागा ईस्ट कुक्सविल) की प्रतिनिधि सुश्री ऐन आर्यदासा उपस्थित थीं। कई गणमान्य व्यवसायिक भी वहाँ उपस्थित थे जिन्होंने समय-समय पर हिन्दी राइटर्स गिल्ड की आर्थिक सहायता की है।
       कार्यक्रम का आरम्भ श्रीमती तारा वार्ष्णेय के भजन गायन से आरम्भ हुआ। डॉ. शैलजा सक्सेना ने अतिथियों का स्वागत करते हुए हिन्दी राइटर्स गिल्ड का परिचय दिया और उपस्थित जनों को पॉवर प्वाइंट की संक्षिप्त प्रस्तुति से अभी तक हुए कार्यक्रमों के चित्र दिखाए। शैलजा जी ने हिन्दी राइटर्स गिल्ड के विभिन्न उद्देश्यों और साहित्य की विभिन्न विधाओं में किए जा रहे प्रयत्नों के बारे में बताते हुए डॉ. धर्मवीर भारती के प्रसिद्ध काव्य नाटक "अंधायुग" की वीडियो दिखाई। यह नाटक हिन्दी राइटर्स गिल्ड ने अपने २०१० के वार्षिक कार्यक्रम में और बाद में इस्कॉन के अनुरोध पर उनके कार्यक्रम में मंचित किया था। डॉ. शैलजा ने कहा कि जिस उत्साह से संस्था को समाज का समर्थन मिल रहा है, वह दिन दूर नहीं जब हम टोरोंटो में अंतरराष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन कर पायेंगे। उन्होंने भारतीय काउंसुलावास का धन्यवाद भी किया, जिससे हिन्दी राइटर्स गिल्ड को समर्थन और सहायता मिल रही है। इसी वर्ष भारतीय काउंसुलावास ने विश्व हिन्दी दिवस समागम का आयोजन हिन्दी राइटर्स गिल्ड के सहयोग से किया था और गिल्ड के होली मिलन उत्सव पर बच्चों को भेंट में दी गई पुस्तकें भी भारतीय काउंसुलावास ने ही दी थीं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह सहयोग न केवल बना रहेगा बल्कि और भी बढ़ेगा।
       डॉ. शैलजा सक्सेना ने इंडो कैनेडा चैंबर के अध्यक्ष श्री सतीश ठक्कर को और चैम्बर को आभार प्रकट किया जिनसे अब सहयोग बढ़ रहा है। साहित्यकारों को अगर व्यवसाय का समर्थन मिल जाए तो साहस बढ़ जाता है। ऐसे ही राजस्थान एसोसिएशन ऑफ़ नॉर्थ अमेरिका के प्रति आभार प्रकट करते हुए शैलजा जी ने न केवल योगेश शर्मा जी (प्रेसिडेंट, राना) की प्रशंसा की बल्कि उनके कुछ सक्रिय सदस्यों जैसे श्री महेंद्र भंडारी और सरन घई (सरन घई तो गिल्ड के भी सदस्य हैं) की सराहना की जो हिन्दी राइटर्स गिल्ड की सहायता कर रहे हैं। पिछले वार्षिक कार्यक्रम में शारिका फाउंडेशन, जो भारतीय कश्मीरियों की संस्था है, के साथ भी सक्रिय सहयोग के प्रति भी आभार प्रकट किया गया। शारिका फाउंडेशन ने हिन्दी राइटर्स गिल्ड के २०११ के वार्षिक कार्यक्रम में नाटक मंचन का आयोजन किया था। डॉ. शैलजा सक्सेना ने हिन्दी राइटर्स गिल्ड की ओर से "हिन्दी टाइम्स" और "अपना रेडियो बॉलीवुड बीट्स" के प्रकाशक और प्रसारक श्री राकेश तिवारी और "स्टार बज़्ज़" के प्रकाशक और "शहनाई" रेडियो कार्यक्रम के प्रसारक श्री भूपिन्दर विरदी और श्रीमती मीना चोपड़ा का धन्यवाद किया जिन्होंने हिन्दी राइटर्स गिल्ड की सदा और बिना कहे सहायता की है।
       आमंत्रित अतिथियों में से सुश्री चरणदासी जी हिन्दी भाषा के महत्व की बात करते हुए कहा कि भारतीय कांसुलावास हिन्दी राइटर्स गिल्ड के प्रयत्नों की सराहना करता है। उन्होंने भी कहा कि कैनेडा अब अंतरराष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन के लिए तैयार है और इस पर विचार करना चाहिए। ऐन आर्यदासा ने एमपीपी दीपिका दामेर्ला का संदेश पढ़कर सुनाया और हिन्दी राइटर्स गिल्ड को एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया। हिन्दी राइटर्स गिल्ड पहली हिन्दी संस्था है जिसे ओंटेरियो ट्रिलियम फाउंडेशन से अनुदान मिला है। फाउंडेशन की प्रबंधक ऐंजी मार्केज़ ने कहा कि अनुदान का सही उपयोग देखकर अच्छा लगता है और उन्होंने हिन्दी राइटर्स गिल्ड को बधाई दी।
इंडो कैनेडा चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के अध्यक्ष श्री सतीश ठक्कर ने बधाई देते हुए कहा कि हिन्दी राइटर्स गिल्ड मान्यताप्राप्त चैरिटेबल संस्था है, इसलिए भविष्य में व्यवसायिक सहयोग मिलने में सुविधा होगी। उन्होंने गिल्ड को आश्वासन दिलाते हुए कहा कि भविष्य में भी चैंबर गिल्ड सहायता करने के लिए तत्पर रहेगा। शारिका फाउंडेशन के अध्यक्ष जितेन्द्र भान ने भी ऐसे ही भाव व्यक्त किये। उन्होंने अपनी पृष्ठभूमि की चर्चा करते हुए बताया कि भारत में वह टी.वी. और फिल्म उद्योग से संबंधित रहे हैं और उन्हें अब आशा लग रही है कि कैनेडा से भी स्तरीय लेखन मिलने लगेगा जो छोटे और बड़े पर्दे तक पहुँच पाएगा। श्री राज कुमार शर्मा ने गिल्ड द्वारा हिन्दी प्रचार प्रसार की सराहना की और थोड़े समय में इतनी सफलता प्राप्त कर लेने पर बधाई दी। अंत में स्टार बज़्ज़ के प्रकाशक ने कहा कि वो तो सदा से ही हिन्दी राइटर्स गिल्ड के ही रहे हैं तो धन्यवाद किस बात का? उन्होंने भविष्य में भी सहायता का आश्वासन दिया। श्रीमती मीना चोपड़ा ने रेडियो शहनाई का प्रतिनिधित्व करते हुए गिल्ड को बधाई दी।
       कार्यक्रम के अंतिम चरण में श्री विजय विक्रांत ने गिल्ड की वर्ष २०११ की वित्तीय रिपोर्ट प्रस्तुत की और बताया कि पिछले वार्षिक कार्यक्रम को निशुल्क रखने का जो साहस हिन्दी राइटर्स गिल्ड ने किया उसके सफल आर्थिक परिणाम मिले। हिन्दी राइटर्स गिल्ड के वैसे तो लगभग सभी सदस्य सक्रिय सहायता करते हैं परन्तु श्रीमती भुवनेश्वरी पांडे, श्रीमती कृष्णा वर्मा और श्रीमती सविता अग्रवाल के प्रयास सराहनीय हैं। इन तीनों को "परिचालन निदेशिका" (ऑपरेशन्ज़ डायरेक्टर) घोषित करते हुए हिन्दी राइटर्स गिल्ड की ओर से भेंट दी गई।
       कार्यक्रम के अंत में भारत के कुछ प्रतिष्ठित कवियों के काव्य पाठ की वीडियो प्रस्तुति की गई, जिसे उपस्थित लोगों ने बहुत सराहा। उन्होंने हिन्दी राइटर्स गिल्ड द्वारा आधुनिक तकनीकी के उपयोग की भी प्रशंसा की।

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