Thursday, July 14, 2011

कवि गोष्ठी - जुलाई १०, २०११

प्रिय मित्रों,
जुलाई महीने की गोष्ठी दिनांक दस को सुमन घई जी के संचालन/अध्यक्षता में संपन्न हुई। गरम चाय, समोसों और जलेबी के बीच यह गोष्ठी अनौपचारिक रूप से चली। इस गोष्ठी में पहले डॉ. शैलजा सक्सेना ने सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की तीन कविताओं- "माँ की याद", "राग डींग कल्याण" और "लीक पर वे चलें" का पाठ और व्याख्या की। उपस्थित कवियों ने इन कविताओं में बिंब, भाव, भाषा और कम शब्दों में गहरी बात कहने की कवि की कला पर टिप्पणी की और भाव की गहनता को सराहा।
इसके बाद सभी कवियों ने अपनी-अपनी रचनाएँ पढ़ीं और उपस्थित कवियों ने इन कविताओं की समालोचना की। इस गोष्ठी की विशेषता यह थी कि सभी ने मुक्त भाव से अपनी रचनाओं के विषय में टिप्पणी सुनी और मुक्त भाव से दूसरों की रचनाओं के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये। श्री राज महेश्वरी ने हरिवंश राय बच्चन की कविता सुनाई, शेष कवियों में सविता अग्रवाल, कृष्णा वर्मा, प्रमिला भार्गव, डॉ. इंदु रायज़ादा, डॉ. रेणुका शर्मा, गोपाल बघेल, प्राण किरतानी, निर्मल सिद्दू, भूपिन्दर और डॉ. शैलजा सक्सेना ने अपनी कविताएँ सुनाई। सुमन घई और विजय विक्रांत ने अपनी कविताएँ नहीं सुनाई। ऐसा प्राय: कम देखा गया है कि कवि, मंच होने और श्रोताओं के आग्रह के बाद भी अपनी कविता नहीं सुनाए, खैर, अगली काव्य गोष्ठी में आप सब के बीच में ये कवि अपनी कविता सुनायेंगे, हमें ऐसी आशा है।
विचार यह है कि अगले कुछ कार्यक्रमों में कवि गोष्ठी ही की जाये और हर बार आजकल के प्रतिष्ठित कवियों की कविताओं का पाठ किया जाये और इन कविताओं का विवेचन भी किया जाये ताकि हम लोग इन कवियों की रचनाओं के सौंदर्य का आनंद उठा सकें। यह काम ३०-४५ मिनट में आसानी से हो सकता है और इस के बाद अपनी रचनाओं का पाठ किया जाये।
कवियों से अनुरोध है कि वे अपनी वे रचनायें ही सुनाएँ जिन्हें उन्होंने गिल्ड की गोष्ठियों में नहीं सुनाया हो ताकि उन्हें अधिक लिखने का बहाना मिले और शेष सब को नई रचनायें सुनने को मिलें। पुरानी अधिक सराही गई रचनाओं को आगे, बड़े समारोहों में जनता के सामने सुनाने के लिये हमें सुरक्षित रखना चाहिये जैसे हमारे अतिथि कवि किया करते हैं।
अगली बार का कार्यक्रम अगस्त के दूसरे रविवार को २ बजे से ५ बजे तक होगा। इस गोष्ठी में अज्ञेय की रचनाओं पर चर्चा की जायेगी। आप लोग इन कवियों की कवितायें अपने ब्लॉग पर लगे काव्य-कोश के लिंक पर जा कर पढ़ सकते हैं। आप इन्हे इन अन्य लिंकों पर भी पढ़ सकते हैं। इन कवियों के अतिरिक्त सर्वेश्वरदयाल सक्सेना की उपरोक्त कविताएँ और अन्य बहुत सी कवियों की रचनाएँ भी आप इन लिंक पर पढ़ सकते हैं।
www.hindiwg.blogspot.com
www.anubhuti-hindi.org
आशा है कि अगली बार हमें अपने उन सब साथियों से मिलने का अवसर मिलेगा जिन से हम
इस बार नहीं मिल पाये। सच बात यह है कि आप सब के बिना कविता कहने-सुनने का आनन्द घट जाता है। आशा है कि आप लोग अगली बार आयेंगे..
और हम सब समय पर आयेंगे ताकि कार्यक्रम ठीक समय पर शुरू हो सके और अबको अपनी रचनाएँ सुनाने का पूरा समय मिल सके।
समय: दो बजे से ढ़ाई बजे तक अल्पाहार और बातचीत
कवि गोष्ठी- ढ़ाई बजे से पाँच बजे

सादर,
हिन्दी राइटर्स गिल्ड
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दु:ख सबको माँजता है
और जिन्हें यह माँजता है
उन्हें यह सीख देता है कि सबको मुक्त रखें॥
------ अज्ञेय